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Posted by bhomsingh on 2024-12-14 11:32:59 | Last Updated by bhomsingh on 2024-12-23 10:53:58
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हार मत मानो
.....कौशिश करने वाले की कभी हार नही होती।
अगर हार हो भी जाये, तो वो हार कभी बेकार नही होती ।
ये कहानी है जीवंत की जो कभी भी अपने आप पर भरोसा नही करता था, और हर वक़त अपने आप से शिकायत करता रहता था कि -
मैं ये नही कर सकता ।
मैं वो नही कर सकता ।
मेरे पास ये नही है।
मेरे पास वो नही है।
मुझ से ज्यादा परेशान और कोई भी नही
है । इस तरह वह पूरा दिन खोया रहता और कुछ नही करता ।
एक दिन जीवंत अपने
गाँव के पास जो नदी है वंहा पर जाता है और वही पर कुछ समय के लिए बैठ जाता है । वह वंहा पर एक मछवारे को देखता है, जो मछली पकड़ने के
लिए नदी में जाल फेंकता है, और निकालता है ।
ऐसा वो कई बार करता है मगर उसके जाल में मछली नही फंसती है ।
जीवंत उस मछवारे के
पास आता है और उससे कहता है कि जब आपके जाल में मछली नही फंस रही तो, आप बार बार क्यों जाल फेंकते हो । जीवंत उस मछवारे से ये भी
कहता है कि आपका जाल बहुत छोटा है । आप कोई बड़ा जाल लेकर आओ । इस जाल से कुछ
नही होता ।
वह मछवारा जीवंत को
कहता है कि भाई मेरे पास तो यही जाल है, और में
खुश हूँ कि मेरे पास ये छोटा जाल तो
है । मछली आज नही तो कल जरुर मेरे इस छोटे से जाल में फसेगी । मै अपना काम
करता रहूँगा बाकि सब भगवान की माया ।
जीवंत को अहसास हो
जाता है और वह समझ जाता है कि जो भी उसके पास है उसी में उसकी ख़ुशी है ।
जीवंत को एक बात कि और सीख मिलती है कि कभी भी हमें नकारात्मक सोच नही रखनी चाहिए, और अपना कर्म करते रहना चाहिए।
जीवंत अब बहुत खुश था ।
BHOM SINGH