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Posted by bhomsingh on 2025-01-04 13:20:24 |
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हम तड़पते थे, तड़पते हैं, तड़पते रहेंगे,
उनके लिए जो हमारा कभी न हुआ !
के दिल दरिया बनकर बाहता रहा उनके लिए,
जो हमारा कभी न हुआ,
एक खुदा तू बता की क्या करे हम,
मर जाए या मिट जाए उनके लिए,
जो हमारा कभी न हुआ !!
BHOM SINGH